खुशियों की महफ़िल में सन्नाटा देखा है हर अपने में एक अजनबी देखा है हमको भूल गए हो तो क्या हुआ हर खूबसूरत चीज़ को टूटते देखा है खैर तुम्हारा तो वहम ही है.... सम्भाल जाएंगे हम भी अहिस्ता अहिस्ता तुम भी अपने गरुर पर कायम रहना। आज दुख देती है हमारी एक फ़ोन कॉल वक़्त आने पर कैसे अफ़सोस जताओगे... अब हमारा वजूद भी तुमसे बेहतर हो गया अफ़सोस क्यों अपना ही अजनबी हो गया...।। @the_nightmares #SV