#फिर_से याद, तेरी आई है.. दर्द उठी फिर, दिल में मेरी.. गुज़रे पल की, याद लिए.. हम साथ गुज़ारे, जो थे पल.. तनहा कर देती, वो पल है.. जब भी आती, याद तुम्हारी.. अब तो बस, यादें है तेरी.. अब मेरे हो.. तनहा-तनहा, हम तुम दोनों, तनहा ही अब, जीवन है.. #अजय57