हम इश्क़ के सताये हैं, इश्क़ का इल्म न समझ पाये हैं । आया होगा रास आज-कल का इश्क़ किसी को, हम कपड़ों की तरह बदलने वाले इश्क़ को सहजता से नहीं ले पाये हैं ।। हमें रूहानी इश्क़ रुमानी इश्क़ समझ आता है । ये वो रिश्ता है जो हर रिश्ते से आगे निभाया जाता है ।। आज कल का इश्क़ एक खेल है, स्वच्छंदता के इर्द-गिर्द खेला जाता है । कभी-कभी तो ब्रेक अप बाद ये जीवन को मृत्यु से बदतर बनाता है ।। इंसान न जी पाता, न मर पाता है । अनमोल जीवन व्यर्थ जाया हो जाता है ।।— % & ऐ इश्क़ हमें भी देख ज़रा... #ऐइश्क़ #collab #yqdidi #YourQuoteAndMine Collaborating with YourQuote Didi