तेरा दर्द था तेरी आस थी, मैं जँहा गया, मैं जिधर गया। मेरा दिन तो यूँही गुजर गया, यूँ शाम हुई मैं बिखर गया। इस उम्र का मेरे प्यार से, काफी मिलता-जुलता मिजाज था, कभी टूट कर बिखर गया, कभी बेरुखी से गुजर गया। कोई बात भी ना कह सका, बस कुछ पलों की तलाश थी, उसका अक्स मिला था ख्वाब में, यूँ सुबह हुई वह बिछड़ गया। जब छोड़ दूंगा हर गली, उसे याद आएगी तब मेरी, वो ढूंढेगी मुझे दर-बदर, और खबर मिलेगी मैं #गुजर गया.......... #Hmt मैं गुजर गया..