चमकते हुए सितारें को न जाने किसकी नजर लगी, सितारों को गुमराह कर ज़िन्दगी से करने लगी ठगी। खुद के ही हाथो खुद की मौत को गले लगानी पड़ी, बंध गया खुद जंजीर में छोड़ गया अनसुलझी कड़ी। क्या खता हुई जिसकी कीमत जान से चुकानी पड़ी, मौत को गले लगा लिए क्यों ठुकरा दी ज़िन्दगी बड़ी। आओगे याद तुम जब तक है,आसमां में चांद सितारे, हो गए तुम दूर हमसे ,जैसे समन्दर से दूर हो किनारे। 🌹🌹सादर भावभीनी श्रद्धांजलि🌹🌹 JP lodhi 14/06/2020 #SushantSinghRajput #Nojoto #Nojotohindi #Nojotinews #Nojotofilm #poetry