Ajeeb Dastaan Hai yeh वो रोज़ सुबह आटे के लिए फेरी लगाता है और मैं टाप फ्लोर की बालकनी से खड़ा हो कर जायज़ा लेता हूँ की किस किस के घर आटा तक नहीं है। और शायद मैं उस गरीब की पहुंच से बाहर हूं। प्रापर्टी डीलर ने मकान बेचते वक्त इस मकान की लोकेशन फायदे गिनवाते हुए एक लाख ज्यादा लिया था। जब मैने उन फायदों का ज़िक्र उस प्रापर्टी डीलर से किया और कहा उसमे इस बात का ज़िक्र तो नहीं था। तो प्रापर्टी डीलर बोला "ये बोनस है।" हरेक को परोपकार के लिए सही किरदार भी नहीं मिलता। मुझे परोपकार से बचाया उसने, जिसका धन्धा कमीशन का था.