एहतियाती तदबीर भी काम ना आयी, जो रकीब को लिखने अपनी तक़दीर दे दी।।। इन्तहां-ए-मुहब्बत तो देखो, दफ्न होने को मेरे कफ़न संग उसने अपनी तस्वीर दे दी।।। रजनीश "स्वच्छंद" #NojotoQuote इन्तेहाँ-ए-मुहब्बत।।।