ग़र इश्क़ का कोई सार लिखूं उसको ही बारंबार लिखूंजो प्रेमपाश का वर्णन हो उसकी बाहों का हार लिखूं कविता की पहली पंक्ति वो जब लय में कोई गज़ल लिखूं मैं एक सरोवर हो जाऊंर उसको अपना कमल लिखूं उसे अल्हड़ मस्त बयार कहूँ मौसम की कोई बहार कहूँलिख दूँ बरखा की बूँद उसे सावन का पहला प्यार लिखूं ज्यों फूलों की नाज़ुक कलियाँ भंवरे करते जब रंगरलियांखिलते ग़ुल का वो नज़राना संदल सी उसकी महक लिखूं नदियों जैसी वो बल खाये ज्यों सागर से लहरें आयेठंडी शामों में साहिल पे ना मिट पाये वो नाम लिखूं वो मंद मंद जब मुस्काए और लट ऊँगली से सुलझाए उन अधरों से रस पान करूंमैं यौवन का गुण गान लिखूं वो जब जब पायल छनकाएऔर साथ मे कंगन खनकाए मैं उसका वो श्रृंगार लिखूं अब मिलन को हूँ तैयार लिखूं अब मिलन को हूँ तैयार लिखूं... ग़र इश्क़ का कोई सार लिखूं उसको ही बारंबार लिखूं.... #nojotohindi #barambaarlikhun❤️❤️ #nojoto #quotes #में_तेरा_इश्क़_बारंबार_लिखूं_🤗🤗 #miss_u_soo_muchh #shaam Ankit Verma(utkarsh) 💞💞💞💞