अंतिम सफ़र मरघट का बिन सांसों का तय करना, यहां संसार छूटा,रिश्ते छूटे खाली हाथ ही तो मरना।। सत्य मरघट का कोई, नकार नहीं सकता संसार से, नज़ाने कैसे- कैसे गुजर गए मरघट के अंतिम द्वार से। क्या पता क्या ख़बर कितने दिन जहां में रहना है। जीवन के इस सफ़र में कब मरघट को जाना है, सारे ख्वाब,सारे दर्द सब मरघट में दम तोड़ देते है, सारे झमेले मरघट की माटी में राख बन जाते है।। - jivan kohli #मरघट #चिता #श्मशान #अंतिम सफ़र Dhiru Kohli Isha Rajput Naima Anwer Aazadपँछी Prachi Tyagi Pallavi Sinha