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गाँव में छोड़ आये जो हज़ार गज़ की बुजुर्गों कि हवेली,

गाँव में छोड़ आये जो हज़ार गज़ की बुजुर्गों कि हवेली, वो शहर में सौ गज़ में रहने को खुद की तरक्की कहते हैं…..!” गाँव में छोड़ आये जो हज़ार गज़ की बुजुर्गों कि हवेली, वो शहर में सौ गज़ में रहने को खुद की तरक्की कहते हैं…..!”
Mukesh Poonia Kushal keshav Dharam Mina Havaruni Dueby Fateh Chauhan
गाँव में छोड़ आये जो हज़ार गज़ की बुजुर्गों कि हवेली, वो शहर में सौ गज़ में रहने को खुद की तरक्की कहते हैं…..!” गाँव में छोड़ आये जो हज़ार गज़ की बुजुर्गों कि हवेली, वो शहर में सौ गज़ में रहने को खुद की तरक्की कहते हैं…..!”
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