गुनाह गुनाहों की पनाह में पल रहा है वो नन्हा फ़रिश्ता कैसे उम्मीद रखते हो उससे तुम गुलिस्ताँ को महफ़ूज रखने की ।। #nojoto#गुनाह#शब्द#उम्मीद#फ़रिश्ता#गुलिस्तां