वो... जो .. कोई अपना सा लगता है उसकी सोबत में गम फना हुआ सा लगता है दूर होकर भी मन के बड़ा ही पास है जो हिम्मत हार चुकी थी मैं मेरी उम्मीद है ... आस है वो रिश्ता है बिन मुलाकात के ही दिल दिमाग से नहीं अपितु कायम है जज़्बात से ही नाम मत पूछना न पूछना क्या रिश्ता है मानो कोई खुदा का फरिश्ता है जिसे भेजा है ऊपरवाले ने बस मेरे लिए वो बस अपना सा लगता है बिन दोस्ती के.... बिन फेरे लिए वो जो अपना लगता है जैसे सपना लगता है। #अपनालगताहै #collab #yqdidi #YourQuoteAndMine Collaborating with YourQuote Didi