पिछले दिनों भारतीय उच्च शिक्षा में एक परिवर्तन परिवर्तन दर्शक देश के अंतर्गत केंद्रीय विद्यालय सहित देश के करीब 45 विद्यालय में स्नातक पाठ्यक्रमों में प्रवेश के लिए संयुक्त राष्ट्र परीक्षा यूनिवर्सिटी आयोजित की गई इसके माध्यम में प्रवर्तन व्यवस्था में आमूलचूल बदलाव भारत में लंबे समय से 12वीं कक्षा सर्दी वर्ष पाठ्यक्रम में प्रवेश के लिए शत प्रतिशत अंकों की आवश्यकता होने लगी है इसके बेतुके और रहस्यवाद होने के नाते स्थिति विराज छात्रों को स्नातक स्तर पर बेहतर अवसर उपलब्ध कराने के तंत्र को नए सिरे से गठित करना पर यह को चलाएं बारहवीं कक्षा के अंकों के आधार पर प्रवेश के स्थान पर वर्तमान शोध के पहले मैं इस समस्या का समाधान संभव है संभव है कि व्यापक मंथन के अभाव में समस्या का समाधान नहीं खोजा सहित पता चलता है कि ©Ek villain #उच्च शिक्षा का सामान्य जनक समाधान #drowning