Nojoto: Largest Storytelling Platform

मेरे प्रिय जन आलसी बंधु सखा , नींद से उठ कर खड़े

मेरे प्रिय जन आलसी बंधु सखा , 
नींद से उठ कर खड़े हो जाओ तुम,

बोझ आलस तुम्हारी सहते सहते,
अधमरी सी हो चुकी है ,जननी हमारी,
धरती मां का, कम करो थोड़ा वजन।

©Anuj Ray
  # मेरे प्रिय जन आलसी बंधु सखा,
anujray7003

Anuj Ray

Bronze Star
New Creator

# मेरे प्रिय जन आलसी बंधु सखा, #कविता

307 Views