#DearZindagi ज़िंदगी की कतार में खड़े है मौत के इंतज़ार में खड़े है। आज हमारी भी कीमत है हम भी बाज़ार में खड़े है। 'तारीख़' ही अब इंसाफ है, सुनो,जो दरबार में खड़े है। वो कत्तई दुश्मन नहीं होंगे यकीनन हम यार में खड़े है। हम-तुम सब एक कहानी है हम-सब किरदार में खड़े है। ज़िंदगी की कतार में खड़े है मौत के इंतज़ार में खड़े है। आज हमारी भी कीमत है हम भी बाज़ार में खड़े है। 'तारीख़' ही अब इंसाफ है, सुनो,जो दरबार मे खड़े है।