फुर्सत जो मिले तो मुझे पढ़ना जरूर तुम्हारे दिल की बात ना लिख दू तो मुझे कहना जरूर रुला कर गया मुझे इश्क़ तेरा हर शाम को फिर भी भरी महफ़िल में हँस ना दू तो रुसवा मुझे करना जरूर #musafir_ji