चन्द्र मुखी चेहरे पर ये बल खाती लटाएें इन केशों में ये महकता गुलाब , सुन्दरता ओर निखर जाती है लगता है देख कर इन को पूर्णिमा हो तुम और उस पर जैसे लबों पर लालिमा छाई है हाथों में तुम्हारे गजरा , केशों में तुम्हारे गुलाब भोर का सूरज लगता है इस यौवन पर ये श्रंगार महिमा तुम्हारी बड़ाती है पनघट से ठुमक - ठुमक चलना तुम्हारा कर देता है मुरीद तुम्हारा इस कदर केशों में गुलाब लगाके मेरे हाथों से , घर से न निकला करो गैरों की नज़रों से खुद को बचा लिया करो चाँद से चेहरे के बन जाते हैं दुश्मन यहाँ हजार तुम अपने प्यार के चिलमन की चादर ओढ़के रहा करो ©Motivational indar jeet guru #चन्द्र मुखी चेहरे पर ये बल खाती लटाएें इन केशों में ये महकता गुलाब , सुन्दरता ओर निखर जाती है लगता है देख कर इन को पूर्णिमा हो तुम और उस पर जैसे लबों पर लालिमा छाई है हाथों में तुम्हारे गजरा , केशों में तुम्हारे गुलाब भोर का सूरज लगता है इस यौवन पर ये श्रंगार महिमा तुम्हारी बड़ाती है पनघट से ठुमक - ठुमक चलना तुम्हारा