ढलती जिंदगी ने नई सुबह का एलान किया है बादलो को कह दिया अब न छाये आसमानो पर बादलो ने ये बयान किया है वो मौसम पतझड था जो बिखेर गया दिल-ए साखों को हमने घर के बगीचे को माली के नाम किया है पसन्द हो जो फूल बेसक तू ले जाना फूलो को ही बस तेरे नाम किया है ,,,vimal. gwasikoti💐... huq,,,,,