दोस्ती दिल से है , दिमाग से नहीं। एक दिल और दूसरा धड़कन है कोई मजाक नहीं।। कौन हिन्दू है कौन मुसलमान , कोई समझ नहीं सकता। हम दोनो एक ही थाली में खाए है, कोई अलग नहीं कर सकता।। पोशाक देख कर, मुसलमानो से नफरत क्यों करते है । मेरे खून का रंग लाल का रंग लाल है, मगर तुम अपना रंग अलग क्यों नही रखते हो ।। नफरत फैलाने वालों, अपना दिल और दिमाग को धो लेना। अगर जरूरत पड़ी तुमको खून की, बिन हिचकिचाए हकीम खान को बोल देना।। ©Hakim Khan #together #दोस्ती❤️से #मुहब्बत_के_रंग #मुहब्बत_की_दुनिया #hakimkhan