#TheatreDay होकर अंधा बैठ किनारे सड़क के मांगता भिख मिला पुराना फटा नोट तो बताई एक नई सीख अंधे मत बनो संसार में गूंगे बहरे भले बन कर मांगो मिले सुंदर बहुत भिख ना कहना ना सुनना क्योंकि दुनिया की वोही पुरानी रीत लिऐ थैली विष की जेब में नही होता हर कोई मनमीत ©sanjupandit जहरीला प्रेम #theatreday