Nojoto: Largest Storytelling Platform

ख्वाबों के दरख्त कब कैद में पनपने हैं। सुनह




ख्वाबों  के  दरख्त कब  कैद  में पनपने हैं।
सुनहरे सपने रज में दबे बीज की तरह होते हैं।
मिली ज्यों  ही ,परवाज़  की  हल्की फुहार,
एक सदाबहार शजर बन गुलशन में महकते हैं।

अम्बिका मल्लिक ✍️

©Ambika Mallik
  #सुनहरे_सपने Sethi Ji वंदना .... Anshu writer @gyanendra pandey Anil Ray  Bhavana kmishra MIND-TALK Poonam Awasthi कवि संतोष बड़कुर  poonam atrey Kirti Pandey Umme Habiba Sankranti