दामन ऐ इश्क मेरे हर वक़्त धुंआ देते है पीड ऐ रूसवायी हर वक़्त हम सहते है हम अपने लफ्ज़ो से अब कुछ बयान नही करते सरफराज रोते रहते है हम मेरे आँसू भी तूझे बद्दुआ देते है ©सरफराज #bekhudi