शोर सी बस्ती में , उसका मौन कायल था । कजली नजरों के बाजार में , उसकी झुकी नजरें ,यही सबसे महंगा जेवर था । खिलखिलाहट की शाम में , हँस कर लब़ों को समेट लेती थी । परदा आधे मुख पर मानो अष्टमी के चाँद पर श्रँगार नारी कर देती थी ।। Isn't shyness the ornaments ?? I feel this is ❤️ #yqbaba #yqdidi #yourquote #love #feelings