2-कोई करता उसकी आंखों 👁️पर गजल कोई होठों 💋पर कविता, देख कर उसे हर कोई बन चुका था शायर या पागल कवि था, अपनी सहमित्रों से अठखेलियां और शर्माना , क्यों कसक मेरे दिल में आई यह आज तक न जाना , तब भी मुश्किल था अब भी मुश्किल है और शायद मुश्किल रहेगा उस लमहे को भुलाना , हर किसी की दिली ख्वाहिश थी कि उनके दिल में अपने जज्बात भरदे, अपने खयाले उल्फत में उनकी याद भरदे , प्यार का मौसम सुहाना साथ लाया था" मेरे मोहल्ले में चांद आया था़..! Next👉 #chand_aaya_tha2