यूं तो अंधेरों से उजाले की ओर जाने की चाह है यूं तो आँसू पोछ कर, मुस्कुराने की चाह है यूं तो देखे है कई, सपने उन्हें सच करने की चाह है दो पल की जिंदगी से एक उम्र जीने की चाह है। -sakshichauhan #nojoto akhansha yadav#kartikey dubey#ajeet singh