साहिल हो ज़िन्दगी के सागर का यूँ दूर तुम ना जाया करो हक्क है तुम्हें, ज़िन्दगी हो तुम,आकर के गले लगाया करो वक़्त की गुज़ारिश है, तम्मना दिल की पूरी कर जाया करो तपती धूप में "रहनुमा" मेरे तुम "छाँव" बनकर आया करो ♥️ Challenge-621 #collabwithकोराकाग़ज़ ♥️ इस पोस्ट को हाईलाइट करना न भूलें :) ♥️ विषय को अपने शब्दों से सजाइए। ♥️ रचना लिखने के बाद इस पोस्ट पर Done काॅमेंट करें।