ख़ुश हूं.. हमसे दूर जाकर जो ख़ुश हो, तो चलो, तुम्हारी हर ख़ुशी में ख़ुश हूं.. ग़र हमें ग़लत ठहराकर जो ख़ुश हो, तो चलो, तुम्हारी बेरुखियों में भी खुश हूं.. मौत के खौफ़ में कट रहे हर दिन यहाँ, कब कौन रुखसत हो जाये ख़बर कहाँ.. ग़र हमसे शिकायतों में ही खुश हो, तो चलो, तुम्हारी नाराजगी में भी ख़ुश हूं.. क्यूँ दिल पे इतने बोझ और पाबंदियां, मेरे बिन भी तुम्हारी आबाद रहे दुनिया.. ग़र दिल से भुलाकर जो ख़ुश हो, तो चलो,तुम्हारी यादों में ही ख़ुश हूं.. ग़र हमें ग़लत ठहराकर जो ख़ुश हो, तो चलो, तुम्हारी संगदिली में भी ख़ुश हूं.. ©sapna 'Chanchal' #nojotowriters #Emptyness #fakehappiness #hiddenfeelings #Connections #touchthesky #Chanchalpoetry