कि कोई ऐसा भी शख्स आयेगा, जो मेरी खुशियों की वजह बन मुझे अपनी जिंदगी बनायेगा, जो खुद को कहीं खो चुकी हैं उसे भी कोई खोने से डरेगा । जो खुद अंधकार में लुप्त हैं उसे भी कोई अपने जीवन की रौशनी बनायेगा। कभी सोचा ना था कि कोई ऐसा शख्स आयेगा जो मेरी हर बात बिन कहे ही समझ जायेगा, जो मेरी हर परेशानी में मेरा साथ निभायेगा। मेरे उलझे सवालों का जवाब भले ही ना हो उसके पास पर मेरी हर उलझन को सुलझाने वो अनंत प्रयास करता जायेगा। जिंदगी के हर मोड़ पर मेरा हाथ थामे मुझे राह दिखायेगा। कभी सोचा ना था कि कोई ऐसा भी शख्स आयेगा जो इतना खास बन जायेगा कि सुबह से शाम तक का वक्त उसकी ही बातों में गुजर जायेगा। कि दिन के हर पहर में उसका ख्याल सतायेगा, जो वो रुठ जाये तो जग रूठा नजर आयेगा, कि उसका सुकून में होना मुझे राहत दे जायेगा। कभी सोचा ना था कि कोई ऐसा भी शख्स आयेगा जो मेरा सच्चा दोस्त बन जायेगा कि उसके दूर जाने के ख्याल से ये दिल सहम सा जायेगा, कि कोई दोस्त इतना खास हो जायेगा। कभी सोचा ना था कि कोई ऐसा भी शख्स आयेगा। ©शताक्षी कभी-कभी अचानक कुछ ऐसा सामने आता है, जिस पर हम सोचने को मजबूर हो जाते हैं। * कृपया ध्यान दें जब दो वाक्यों को जोड़ने की बात आती है तो (कि) का प्रयोग होता है (के या की) नहीं। #नहींसोचा #collab #yqdidi #YourQuoteAndMine Collaborating with YourQuote Didi कभी सोचा ना था कि