#5LinePoetry तेरे यकीन की कदर नही जहा तूझे नही भेजुगा वहा चाहे ससुराल हो या जनत। तु बोझ नही तू मेरी मनत है तु जो हस के कहती हो पापा रोटी खाली के वही असली जनत है ©Manjeet Singh बेटी जनत का दरवाजा है #5LinePoetry