काश मे तुम्हे पा सकता शायद मे एक कदम हि तुम्हारे साथ चल पाउ तुम ने जो ए जख्म दिए है वो शायद ही मे भर पाउ . काश. . . . . . . . . . . ए दिल की चाहत शायद हि मे बया कर पाउ मेने जो तुम्हारे साथ अश्क के ख्वाब देखे है वो शायद हि मे सच कर पाउ. काश. . . . . . . . . . . गलती तो हमारी हि थी शायद जो इश्क के मायने समज कर इश्क किया हा मुझे इन मतलबि लोगो कि तरह इश्क करना नहि आता . काश. . . . . . . . . . . अब शायद मे इश्क बया कर पाउ या न कर पाउ पर मेरी हर सास तुमसे हि है शायद मे अपना सच्चा इश्क आय ने कि तरह साफ दिखा पाता . by writter:-Ajay kevadiya काश मे तुम्हे पा सकता the real love is God gifted accepted love