सुनो कुछ समय की दूरियां ही तो हैं फिर तुम्हें लौट मेरे पास आना है एक चाहत हो तुम आज़ाद परिंदे की पिंजरे में तो सारा जमाना है लफ़्ज़ों की उलझन में उलझे तो क्या उलझे तुम्हें तो मेरी जुल्फों के अंधेरे में खो जाना है दुनिया के शोर में तुम खोए तो क्या पाया आओ कभी यहां सुकून भरा खामोशी का फसाना है नकाबी हैं ये लोग, फरेबी हैं ये मौसम, ये नजारे तुम्हारी आंखों को हमने हकीकत का आइना माना है मिलोगे जब तो वो रूह पुरानी साथ लाना तुम संग छेड़ना यादों का अफसाना है दुखों का जिन्दगी में कोई रंज ना करना कुछ कदम साथ चलो सामने खुशियों का खजाना है कर लो थोड़ा सब्र थोड़ा इंतजार फिर इन दो अलग पहचानों को एक हो जाना है। -Priyanka 💝 #intjaar#long_distance_relationship#no_meetings#for_couples_only #single_me_🤭