अत्थरे अलफाज कौन खङेगा सच्च के पक्श मे , किसको मतलब है अच्छाई के साथ , शेर से शकायत नहीँ शिकार को , आज तो बकरा खुश है कसाई के साथ #poetry #varinder_aulakh #athre_alfaaj #hindi_shayri #punjabi_writer #punjabi_shayr