शाम ढलने को हैं, तेरी याद में रात अधूरी सी रह गई, तेरी फ़रियाद में अब तो आजा सुबह होने को हैं रोशनी रुक बैठी हैं, तेरी इंतजार में!! ©Abhishek Abhinav अब तो आजा सुबह होने को हैं, रोशनी रुक बैठी हैं, तेरी इंतजार में..... #fourthquote #abhishek_abhinav #lovepoetry #lovepoem #sayari #broken_heart #bekhbar_ham #lovequotes