है किसी विडम्बना तू ही देख मेरे खुदा , दो कृति तेरी इस दुनिया मे एक नर और एक नारी , जब है समान तेरी आँखों यह तो फिर बता भला क्यों है इस संसार के लिए जुदा..?? एक के जन्म पर यह इंसान खुशिया मनाता , फिर क्यूँ दूसरे के जन्म पर यह हरदम एक दर्द जताता , है कृति दोनो उस ख़ुदा की , फिर क्यों यह इंसान यह भूल जाता??