फ़िरदौस की इक झलक मिली सब यहां बेनूर हो गया.. करता रहा मैं लालसा..अपनों से मगर दूर हो गया.. हिज्र की है हवा चली..पर मशहूर मैं हो गया.. ज़िंदा कहा था मैं अब तक ..ज़िंदादिल भरपूर हो गया।।। भरपूर ज़िंदादिल