वो दर्द बनके मेरे खून में मचलता है कंरु जो आह तो लव्ज़ से धुआँ निकलता है मोहब्बत के रिश्ते भी अजीब है यारों यह ऐसा घर है जो बरसात में भी जलता है writer #& v.s ojha Dsp #v.s ojha Dsp Aapka chota bhai aapki farmaish pr leke aya hoon shayari agar aapko bhi mujhse new shayari jo chahiye to aap mujhe comment mein bta de me aapko jesi chahiye besi shayari likha kr deneki koshish krunga Aapko naraz nhi krunga डॉ.अजय मिश्र OCEAN OF WORDS