ये मकाँ! दरो-दीवार अपनों से रोशन राब्ता है जहाँ हो कोई सर पे हाथ मेरे घर का पता है कितनी दूर तलक़ फैला ये आसमाँ किसको पता है जनता है वही जो बारिश में बेघर भींगता है #toyou#yqhome#yqathomके#yqhomelessness#yqlife#yqloveforlife