#कू_२४९ वो मधुर आवाज लगाती है। हर पल मुझे बुलाती है। अपनी नटखट शरारतों से अक्सर मुझे सताती है। हो जैसे मेरी दादी अम्मा वो ऐसे अधिकार जताती है। जो भी खाती है वो मुझे अपना जूठा जरूर खिलाती है। सरकार मेरी प्यारी बिटिया खुद में मेरा अक्स दिखाती है जब भी मैं नाराज होता उससे मिठ्ठू कर गले से लिपट जाती है। चाहे कितना भी गंभीर मसला हो वो अपनी बदमाशियों से जरूर हसाती है। #सरकार_गोरखपुरी ©SARKAR GORAKHPURI #droplets