White थोड़ा सोचूँ फिर एक बात लिखूं जज़्बात लिखूं या हालात लिखूं, तेरे इश्क को अपने साथ लिखूं या मेरे हाथों में तेरा हाथ लिखूं, तुझे देखूँ फिर तेरी बात लिखूं तारीफ लिखूं या फ़रियाद लिखूं, तेरे पीछे खुद को आबाद लिखूं, या तन्हाई में खुद को बर्बाद लिखूं तुझे दिन या खुद को रात लिखूं बता आज कौन सी बात लिखूं, ©Khan Sahab #तारीफ_लिखूं_या_फरियाद_लिखूं.. love poetry for her hindi poetry on life