मेरी परछाई मुझे एक तरफ है इश्क मेरा, एक तरफ खुदा खडा । खुदा से मांगा इश्क मैंने, उसने हँस कर ना कहा। एक तरफ अब मैं खडा और एक तरफ तनहाइयाँ । एक तरफ है नसीब मैरा, और रो रही परछाईयां । -लफ्ज़