मौत से न पूछ कौनसे रस्ते से आएगी,,जिंदगी से पूछ कहाँ तक ले जाएगी. ये दुनिया खाली पन्नों का खेल है,,ये सिर्फ हुनर से ही भरी जाएगी. लिखा जाएगा वही नाम तारिख में,,जिसके कदमों की धूल सूरज को भी छुपायेगी। #Bada_Kalakaar शिवाँशु अवस्थी कवि राहुल पाल