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सुख तब है जब माँ बाप के प्यार की दौलत पास है समझ

सुख तब है जब माँ बाप के प्यार की दौलत पास है

समझ नहीं आता था कि ये महोब्बत क्या है….
न ही समझ आता था महोब्बत में बगावत क्या है…..
आज समझ आया कि महोब्बत एक आश है विश्वास है कुछ खास है।
मगर सुख तब है जब माँ बाप के प्यार की दौलत पास है।
अपने बच्चों की शादी को लेकर माँ बाप के कितने अरमान होते हैं।
बच्चों की खुशी के आगे माँ बाप के सारे सपने कुर्बान होते हैं।
दो दिन की दी महोब्बत के लिए हम मर्यादाएं तोड़कर चलें जाते हैं।
आखिर क्यों हम अपने माँ बाप को अकेला छोड़कर चलें जाते हैं।
एक बार सोचो क्या शादी के बाद पति से महोब्बत नहीं हो सकती।
सावित्री बनकर पति पर संकट आने पर दुनियां से बगावत नहीं हो सकती।
माँ बाप समझते हैं कि ये दुनियां पल भर में तुम्हारी नहीं होती।
इतना समझाते हैं इतना बताते हैं कि इतनी जिद्द अच्छी हमारी नहीं होती।
माँ बाप का दिल दुखना नहीं माँ बाप को छोड़के जाना नहीं।
तुम्हें एक सलाह है मेरी सालों के रिश्ते यूं तुम तोड़कर जाना नहीं। anushree dubey
सुख तब है जब माँ बाप के प्यार की दौलत पास है

समझ नहीं आता था कि ये महोब्बत क्या है….
न ही समझ आता था महोब्बत में बगावत क्या है…..
आज समझ आया कि महोब्बत एक आश है विश्वास है कुछ खास है।
मगर सुख तब है जब माँ बाप के प्यार की दौलत पास है।
अपने बच्चों की शादी को लेकर माँ बाप के कितने अरमान होते हैं।
बच्चों की खुशी के आगे माँ बाप के सारे सपने कुर्बान होते हैं।
दो दिन की दी महोब्बत के लिए हम मर्यादाएं तोड़कर चलें जाते हैं।
आखिर क्यों हम अपने माँ बाप को अकेला छोड़कर चलें जाते हैं।
एक बार सोचो क्या शादी के बाद पति से महोब्बत नहीं हो सकती।
सावित्री बनकर पति पर संकट आने पर दुनियां से बगावत नहीं हो सकती।
माँ बाप समझते हैं कि ये दुनियां पल भर में तुम्हारी नहीं होती।
इतना समझाते हैं इतना बताते हैं कि इतनी जिद्द अच्छी हमारी नहीं होती।
माँ बाप का दिल दुखना नहीं माँ बाप को छोड़के जाना नहीं।
तुम्हें एक सलाह है मेरी सालों के रिश्ते यूं तुम तोड़कर जाना नहीं। anushree dubey