वचन की खातिर जान लुटाएं ,वे क्षत्रिय कहलाते हैं जन्मभूमि की शान बढ़ाये,वे क्षत्रिय कहलाते है देशद्रोहियों और शत्रुओं का विनाश करने के लिए रणभूमि में रक्त बहायें, वे क्षत्रिय कहलाते हैं क्षत्रिय