अगर तुम मुझसे इतना परेशान रहते हो तो कुछ बोलते क्यों नही,क्यू बेज़ुबान रहते हो लगता है कत्ल करने का इरादा रखते हो मेरा या बेवजह मुझे अंजुमन में बदनाम करते हो कुछ ऐसा रिश्ता निभाते हो तुम खून का कि मेरे बेइंतहां मोहब्बत को कुर्बान करते हो अब जो गुजर जाते हो मेरे दर से तुम मुँह फ़ेरकर कुछ इस तरह तुम मेरी मौत को आसान करते हो कुर्बान !