जीवन हमारा शत्रु के लिए ललकार बने ! शहादत भी हमारी अब हाहाकार बने ...!!! जीवन हमारा शत्रु के लिए ललकार बने ! शहादत भी हमारी , अब हाहाकार बने !! कब चाहा हमने , फूलों सा जीवन ! हमारा हर क़दम तलवार की धार बने !! हँसते - हँसते मर मिटेंगे वतन पे ! होकर न्यौछावर , एक पुकार बने !!