दिल उदास है उनसे मिलकर भी आज दिल उदास है वह मेरे दिल की धड़कन है बिना मिले मैं उससे ना रह पाऊं हर पल आंखों में उसे बसाऊं आज उसे फिर कैसे ना बुलाऊं यही सोच दिल उदास है वह बहार बनकर आ जाती है हवा सी छू कर चली जाती है अपनी अदाओं से मोह जाती है और तुम्हे क्या-क्या बताऊं क्यों दिल उदास है तेरी झुकी पलकों में भी प्यार है तेरी हर ना में भी इकरार है तुम्हे मुझ से बेपनाह प्यार है यही सोच कर दिल उदास है। ©_muskurahat_ #raj #poet #shares #nojotohindin #nojotopoem #diludaash