,दुख भरे इस जीवन मे तुम भी खुशबु बिखराओ, जैसे कलिया गुलशन मे शामिल रहना मुझमे तुम, जैसे दिल हो धड़कन मे मेरी नज़र मे तेरा अक्स, देखना छोड़ो दर्पण मे अब इतराना लाज़िम है दिन है उनके जौबन मे इतनी लगती हो मासूम, जैसे कोई बचपन मे तेरी खातिर ज़िन्दा हु, खुन है जैसे इस तन मे तेरी तमन्ना बेजाह है, गर्द अलुदा दामन मे ज़रा सी धूप का जादू तो देखो, खिलें हैं फूल मन आँगन में कितने #yqsayyed #yqsheroshayri #मनआँगनमें #collab #yqdidi #YourQuoteAndMine Collaborating with YourQuote Didi