उसके हवा में लहराते बाल, वो मदहोश करती निगाहें, मुझे अपने करीब बुलाकर जैसे चुप सी हो गई। कुछ कहती उससे पहले लबों को अपने हाथों में थामें फुलों से रोक दिया। जैसे नजरों से ही इजाजत दी हो उनमें डुब जाने की। Poetry with art. #yqbaba #yqhindi #hindipoetry #poetryandart #quotesofnikesh Image source was may painting. https://www.instagram.com/nikesh.bharane/