आगे अँधेरा सुनसान रास्ता था, हिम्मत कर हम आगे बढ़ें और उस काली भयावह रात में, सड़क पर अकेले चलते चलते, मेरा पीछा कर रहा था, एक साया-- सन्नाटा; एक तेज़ चीत्कार करता हुआ, कानों में चीख की ध्वनि, दहला देने वाला वह गुंजन; चारों तरफ पेड़ों के साए, हवा के बहाव ने इनको और लहराया, यह और डरावने प्रेत बने, मुझे डराने को तैयार खड़े; एक अकेली बनी पहेली, डर का भीषण कंपन, ना आगे मंजिल सूझे ना बाहर निकलने की राह; तेज कदम मेरे पदचाप करते, दिल को मेरे दहला देते थे, और मैं निस्तब्ध निरीह प्राणी ; भटकी राह में ढूंढ रही थी, अपनी मंजिल, जिसके पीछे था; एक साया-- सन्नाटा; #Andhera_sunsan_rasta #साया#सन्नाटा#डरावना #nojotoapp#nojotohindi