नज़्म-ए-जहान पर एक-एक शब्द भारी है लूट जाते हैं क़ातिल भी और कत्ल की तैयारी है बावक्त समझ लिया जिन्होंने अपना हस्र,वो खुश नासमझों पर लफ़्ज़ते रूप खंजर वारी न्यारी है नज़्म-ए-जहान पर एक-एक शब्द भारी है लूट जाते हैं क़ातिल भी और कत्ल की तैयारी है बावक्त समझ लिया जिन्होंने अपना हस्र,वो खुश नासमझों पर लफ़्ज़ते रूप खंजर वारी न्यारी है #रूप_की_गलियाँ #rs_rupendra05 #लफ़्ज #खंजर #वार #किंग_ऑफ_अंडरडॉग्स